आज का युग वृहद् प्रतिस्पर्धा का युग है और हर छात्र को इस प्रतिस्पर्धा से दो-दो हाथ करने ही पढ़ते है और इससे उनके जीवन में विभिन्न परिस्थितयों की उत्पति होती है, हाल ही में NIACL की परीक्षा के परिणाम घोषित किये गए है और आगामी समय में भी विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित किये जायेंगे पर कोई भी परिणाम आपकी योग्यता को सिद्ध नहीं करता है… यह आपको हमेशा स्मरण रहना चाहिए……. जीवन निरंतर चलने का नाम है और किसी भी परिस्थिति में, हमें चलना ही पढता है. इसी प्रकार जीवन में हार-जीत लगी ही रहती है…. कभी तो हम जीवन में शीर्ष पर होते है और कभी निराशा की गहराइयों में डूब जाते है… पर इन सब के बीच हमे कभी हार नहीं माननी चाहिए…यदि हम हार मान लेंगे तो हम कभी जीतने के लिए प्रयास नहीं करेंगे और प्रयास न करना जीवंत होंते हुए भी मृत्यु के समान है…
जीवन में कभी हार मत मानो….
आज का युग वृहद् प्रतिस्पर्धा का युग है और हर छात्र को इस प्रतिस्पर्धा से दो-दो हाथ करने ही पढ़ते है और इससे उनके जीवन में विभिन्न परिस्थितयों की उत्पति होती है, हाल ही में NIACL की परीक्षा के परिणाम घोषित किये गए है और आगामी समय में भी विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित किये जायेंगे पर कोई भी परिणाम आपकी योग्यता को सिद्ध नहीं करता है… यह आपको हमेशा स्मरण रहना चाहिए……. जीवन निरंतर चलने का नाम है और किसी भी परिस्थिति में, हमें चलना ही पढता है. इसी प्रकार जीवन में हार-जीत लगी ही रहती है…. कभी तो हम जीवन में शीर्ष पर होते है और कभी निराशा की गहराइयों में डूब जाते है… पर इन सब के बीच हमे कभी हार नहीं माननी चाहिए…यदि हम हार मान लेंगे तो हम कभी जीतने के लिए प्रयास नहीं करेंगे और प्रयास न करना जीवंत होंते हुए भी मृत्यु के समान है…